श्री चामुंडा माता को नवदुर्गा का ही एक स्वरुप माना जाता है। इस यन्त्र की पूजा करने से भक्त आधी, व्याधि, से मुक्ति पाता है। पौराणिक कथा अनुसार श्री चामुंडा माँ ने जैसे राक्षस “चण्ड-मुंड” का वध कर देवो की एवं अन्य लोग की रक्षा की थी वेसे ही ये यन्त्र बुराइयो से रक्षा करता है और सुख, शांति एवं समृद्धि प्रदान करता है।
♦ मंत्र :
” ॐ ऐ ह्रीम कलीम चामुण्डाये विच्चये”