शनिवार का दिन छोड़कर किसी भी दूसरे दिन एक पीपल का पत्ता लेकर गंगाजल से धोकर उस पर केसर से तीन बार ऊँ नम: भगवते वासुदेवाय नम: लिखकर पत्ते को पूजा स्थल पर रख ले। इसकी रोज पूजा करे व धूप-दीप दिखाएं। 21 दिन बाद यह पत्ता ले जाकर अपने व्यापार-व्यवसाय स्थल या ऑफिस मे किसी ऐसी जगह रखें जहां किसी की नजर इस पर न पड़े। आपका व्यवसाय लगातार उन्नति करने लगेगा।
♦ इस उपाय से व्यापार मे उन्नति होगी :
→ श्याम तुलसी के पौधा के पास उगे हुए घास को गुरूवार के दिन लेकर पीले वस्त्र मे बांध दे। इसके बाद इस वस्त्र पर सिंदूर लगाएं और लक्ष्मी माता का ध्यान करके इसे व्यापार स्थल पर रख दे। व्यापार मे उन्नति के लिए गुरूवार के दिन केले की जड़ को पीले वस्त्र मे लपेटकर व्यापार स्थल मे रखना भी लाभप्रद होता है।
→ गल्ले या तिजोरी मे कुबेर यंत्र अवश्य रखे जिससे कि आपके व्यापार-व्यवसाय मे उन्नति होती रहे।
→ व्यवसाय मे घटा होने लगा है तो इस संकट से निकलने के लिए शुक्ल पक्ष मे किसी शुक्रवार के दिन तांबे के बर्तन मे ऐश्वर्य लक्ष्मी यंत्र की स्थापना करें। इस यंत्र को गंगा जल से स्नान कराएं और सिंदूर लगाएं। लाल फूलों से इस यंत्र की पूजा करें। इससे जाती लक्ष्मी ठहर जाएगी। इससे व्यापार मे होने वाला नुकसान रूक जाएगा लेकिन व्यापार मे उन्नति के लिए लगातार 11 दिनों तक ‘ओम वं व्यापारं वर्धय शिवाय नमः’ का 11 बार जप करें। बारहवें दिन ऐश्वर्य लक्ष्मी यंत्र को नदी मे विसर्जित दें।
→ यदि आप अपना स्थानांतरण किसी इच्छित स्थान पर कराना चाहते है तो सोते समय अपना सिरहाना दक्षिण की ओर रखें। तांबे के दो पात्र लें। एक मे जल के साथ बिल्वपत्र व गुड तथा दूसरे मे जल व 21 मिर्च के दाने डालकर सूर्यदेव को अर्पित करें और इच्छित स्थान के लिए प्रार्थना करे।